भीमा कोरेगांव की शौर्यगाथा (BHIMA KOREGAON KI SHAURAYGATHA)
हिंदी संस्करण- डॉ. संजय गजभिये
वर्तमान पुस्तक 'भीमा कोरेगांव की शौर्यगाथा' के माध्यम से भीमा कोरेगांव में 1 जनवरी, 1818 के दिन 500 महार सैनिकों ने ब्रिटिश आर्मी के साथ मिलकर करीब 28000 पेरवा सैनिकों पर जो ऐतिहासिक रूप से गौरवशाली विजय प्राप्त की थी, उसका प्रमाणिक एवं शोधपूर्ण इतिहास प्रस्तुत किया है|
प्रकाशक -SAMYAK PRAKASHAN (1 जनवरी 2017)
भाषा -हिंदी
आकार -21 x 14 x 1 cm
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भारतीय इतिहास (किताबें)
ग्राहक समीक्षा- 5 में से 4.8 स्टार